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इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-44)







नोट - कोई त्रुटी होगी तो बाद में अपडेट कर दूंगी 😀😊


आनंद का कमरा 

आनंद अपने रूम में आराम से लेटकर खुशी के कॉल का वेट कर रहा होता है ,उधर खुशी भी हॉल में सबके साथ बैठी हुई बाते कर रही होती पर उसकी नजरे बार बार फोन पर होती है ...कुछ देर तक ऐसे ही चलता है की उसका फोन बजने लगता है वो खुश होते हुए फोन लेती है और सीधे कमरे में घुसकर डोर लॉक करती है और बेड पर लेटकर ...कॉल अटेंड करके कहती है ,
खुशी - कहां ....कहां थे आप ?
आनंद -( आंखे घुमाते हुए ) क्या यार ...एक तो दो दिन बाद मुझसे बात कर रही है ऊपर से इतने गुस्से में ....
खुशी - हम गुस्से में नही है .....पर आपको पता था ना कि  हमारे फोन में रिचार्ज नहीं है 🙄.....
आनंद - अरे वाह ...मतलब अभी तक आपने रिचार्ज नहीं कराया ....
खुशी -( नाक सिखोड़ेते हुए ) जरूरी थोड़े है की हम ही रिचार्ज कराए ...आप भी तो करा सकते है ...
आनंद -( मुस्कुराते हुए ) हां हां समझ गया ...अब आपके खर्चे आपका पति उठाएगा ......
खुशी - जी बिल्कुल ज्ञानी बाबा ....😅
आनंद - एक बात पूछे आपसे ?
खुशी -हम्मम ......
आनंद - आप हमेशा मुझसे लड़ती क्यों रहती है ...मेरा मतलब वो फर्स्ट टाइम पर जो खुशी मिली थी ..प्यारी से ,शर्मीली सी ( हंसते हुए ) जो मेरे सामने आते ही शरमा जाती थी ....अब आप उससे बिल्कुल अलग हो गई है ...🙄
खुशी - ओह तो इसका मतलब आपकी नजर हम पर पहले से ही थी 🙄 हुह.....
आनंद - अरे नही नही वो ...
( खुशी बीच में ही )
खुशी -( मुस्कुराते हुए) वैसे अच्छा हुआ ,आपकी नजर हम पर पहले से थी ...उस रोहन के साथ तो हम कभी नही रह सकते थे......
आनंद - आप फिर उस रोहन के बारे में सोचने लगी ...आपको समझाया....
खुशी - अच्छा सॉरी सॉरी ...अब नही सोचेंगे ....
( आनंद कोई जवाब नही देता है तो खुशी कहती है )
खुशी - देखिए अब आप हमसे नाराज होना बंद कीजिए 😒..मुझे  अच्छा नहीं लगता....
( आनंद उसकी बात सुनकर हंसने लगता है तो वो कहती है )
खुशी - हंस लिया आपने ...अब बताइए की जीजू को आपने बताया उस बारे में ....
आनंद - अभी तक तो नही....
खुशी - पर क्यो नही बता रहे ?? आप इतना सीक्रेट होकर ये काम कर रहे है जैसे कोई गलत काम है ...
आनंद -( मुस्कुराते हुए ) अरे मेरी जान ये गलत काम तो नही है पर हां 😅अगर सबको पता चल गया तो ....मुझे बिना मेहनत का ही फल मिल जायेगा ...
खुशी -( मुस्कुराते हुए ) आईएम प्राउड ऑन यू ..💞💞...
आनंद - थैंक्यू मेरी चुड़ैल ...( हंसते हुए )😂
खुशी - वाह सही है ....हमे नहीं बात करनी आपसे 😒..
आनंद - ( एक कान पकड़ते हुए ) सॉरी सॉरी .....
खुशी - ठीक है माफ कर दिया...अच्छा हम बाहर जा रहे आंटी जी बुला रही ....
आनंद - ओह मतलब अपनी बीवी से भी मैं बात नही कर सकता 😒...ये दुनिया कितनी जालिम है एक दीवाने का दर्द तक नही समझ सकती ...
खुशी -( हंसते हुए ) आप पूरे नौटंकीबाज है .. चलिए मैं नही जाती है ...
आनंद - कोई बात नही ..आप जाइए.. गुड नाईट 💞 स्वीट ड्रीम्स .... ऐंड या वन मोर थिंग ...
खुशी - क्या ?
आनंद - ( हंसते हुए ) आई लव यू माय स्वीट चुड़ैल 😅💞💞.....
खुशी - हुह.....
आनंद - अरे इसका जवाब ....
खुशी - जब मिलूंगी तब बताऊंगी ......एलियन 😒...
आनंद - 😐मैं एलियन कब ...क्यों ...कैसे ?
खुशी - आई लव यू टू माय आनंद बाबू ..( हंसते हुए 😂😂)...हां आप एलियन है दूसरे ग्रह से भागकर आए है ...अब हम जा रहे... बाय.
आनंद - अच्छा ..सुनिए तो ..
( खुशी हंसते हुए कॉल कट कर देती है तो आनंद कहता हैं)
आनंद - वाह सही है आपका भी ....आप मिलिए तब बताते है 😯....

********
ऋषभ का कमरा 

ऋषभ संजना की बात सुनकर एक बार फिर से रुक जाता है और कहता है ,
ऋषभ - ये बात भी अवनी जी के बारे में है ?
संजना - हम्मम ..
( ऋषभ आंखे बंद करके आह की आवाज करता है तो संजना कहती है )
संजना - क्या हुआ भाई ...आप ठीक तो है ?
ऋषभ -( हाथो को देखते हुए ) हम्मम....
संजना - ये क्या जवाब हुआ ....बताओ कुछ हुआ है क्या ?
ऋषभ - अरे मेरी गुंडी ...कुछ नही हुआ है ...
संजना - ( नाक सिखोड़ते हुए ) भाई आप मुझे गुंडी मत बोलिए 😒...
ऋषभ - अच्छा अच्छा ठीक है अब बताओ क्या हुआ ?
संजना -( हकलाते हुए ) भाई ...भाई आप गुस्सा तो नहीं करेंगे ना?
ऋषभ - नहीं...
संजना - वो बात ये है की आज शाम को मैं और भाभी बस गार्डन में घूम रहे थे तो ..ना जाने कहां से एक गेंद आकार मेरे सर पर लगी ..( सर पकड़कर ) अभी भी दर्द हो रहा... मन तो कर रहा जिसने भी मारा उसे पटक पटक के खाई में फेंक दु ...
ऋषभ - अच्छा अच्छा शांत ..जिसने भी मारा हम लोग उसे छोड़ेंगे नही...
संजना - यस ब्रो....हां तो जब मैने वो गेंद उठाई तो 
वो बीच से फटी हुई थी , और उसमे एक कागज का टुडका भी था ....
ऋषभ -( हैरानी से ) कागज का टुकड़ा ....
संजना - भाई उसमे लिखा था कि - ऋषभ अब तू देख मैं क्या करता हु तेरी अवनी को ....

( इतना कहकर संजना शांत हो जाती है....उधर ऋषभ भी ये बात सुनकर हड़बड़ा कर बेड पर सर पकड़कर बैठ जाता है और कहता है )
ऋषभ - संजना ...ठीक है अब जाकर कुछ सर पर लगा लो और सो जाओ ।
संजना - भाई आप ठीक तो है ....मैं भाभी को फोन दे देती हु…....
ऋषभ - नही मैं कॉल कर लूंगा तुम जाकर रेस्ट करो ....

( ऋषभ फिर कॉल कट करके बेड पर ही बैठकर खुद से  कहता  है की - मुझे लगा था इतनी दूर आ जायेंगे तो आप सेफ रहेंगी ( गुस्से में ही ) पर नही.....अवनी आपका गुस्सा जायज है , मुझे पता है आप नाराज है ....... आपको जितना गुस्सा करना है मुझ पर कर लीजिए ...( बेड से खड़े होकर ) पर अब मैं आपको एक पल भी खुद से दूर नहीं रख सकता ....

.उधर संजना भी नीचे हॉल में सभी लोगो के साथ जाकर बैठ जाती है की तभी अवनी के फोन पर किसी का कॉल आने लगता है....फोन बीच टेबल पर होता है तो सबकी नजर कॉल पर चली जाती है , उसपर शो हो रहे नाम को देखकर सब हैरान हो जाते है तो रिया कहती है ,

रिया -( हैरानी से ) अवनी ये राक्षस कौन है ?
( अवनी सकपका कर आंखे बन्द कर लेती हैं और कहती है )
अवनी - वो..वो..
( अपनी बात पूरी किए बिना ही  फोन लेती है और भागते हुए अपने कमरे में जाकर डोर लॉक करके बेड पर बैठ जाती है और कॉल कट कर देती है ....नीचे सब पहले हैरान होते है और फिर हंसने लगते है क्योंकि वो समझ गए होते है की किसका कॉल था 😄😄...............ऊपर कमरे में अवनी अपना फोन हाथ में लेकर बैठी होती है की फिर से उसपर कॉल आ जाता है वो नाम देखकर नाक सिकोड़ती है और अटेंड कर लेती है तो उधर से आवाज आती है ,
- हैलो अवनी 
( अवनी कोई जवाब नही देती है ...तो वो कहता है )
- हैलो अवनी मैं ..ऋषभ .
अवनी - हां जानती हु आप राक्षस है ...
ऋषभ -( हैरानी से ) क्या ....क्या मतलब 🙄मेरा नाम राक्षस?
अवनी - हम्मम.....
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) आई लाइक इट ....
( इधर अवनी चिढ़ जाती है और फोन स्पीकर पर ही करके बेड पर लेट जाती है तो ऋषभ कहता है ).
ऋषभ - आप खाना खाइए जाकर ...( प्यार से )
अवनी - हमें नही खाना ....
ऋषभ - आप ज़िद मत करिए......
अवनी - आप हमसे बात मत करिए .....
( फिर वो फोन कट करके स्विच ऑफ कर देती है तो उधर ऋषभ अपने फोन को हैरानी से देखने लगता है की क्या हो गया  ........फिर मुस्कुराते हुए सामने देखने लगता है ....उधर अभी अवनी आंखे ही बंद करने वाली होती है की कोई डोर पर नॉक करता है ....वो बेड से उठती है और डोर खोलकर देखती है की सामने संजना खड़ी है .... इससे पहले अवनी कुछ कहती संजना फोन देकर कहती है ,
संजना - भाभी ये लीजिए आपके राक्षस का फ़ोन.....(हंसते हुए 😆)

( फिर वो नीचे चली जाती है ....अवनी अभी भी फोन को हैरानी से देख रही होती है और डोर बंद करके कान पर लगाती है तो ऋषभ कहता है ).
ऋषभ - अब अगर आपने ये फोन कट किया तो पूरे घर में कॉल कर दूंगा .......
अवनी - ( धीरे से ) आप हमारे फोन पर ही कॉल कर लीजिए .....
( ऋषभ मुस्कुराते हुए कॉल कट करता है और अवनी के फोन पर करके कहता है )
ऋषभ - ये हुई ना बात ... चलिए अब आप डिनर कर लीजिए  ...
अवनी - हमे खाना नहीं खाना और ना ही आपसे बात करना है ...
( ऋषभ मुस्कुराते हुए सोचता है की -सही है ख़ुद ही तो फोन करने के लिए कहां ......फिर कहता है )
ऋषभ - खाना खा लीजिए ......
अवनी - हमें नही खाना...🙄
ऋषभ - हम पूछ नहीं रहे कह रहे है ...जाकर खाना खाइए....
अवनी - आप बहुत बेशर्म है जो अभी भी बात कर रहे.......😡
( अवनी की बात सुनकर ऋषभ की हंसी नहीं रूक रही होती है फिर भी ...कंट्रोल करके कहता है )

ऋषभ - मैं डिनर भिजवा रहा , आप खाइए, मेडिसिन लीजिए और रेस्ट कीजिए ......
अवनी -( घूरते हुए ) क्यों माने हम आपकी बात .....आप हमारी बात मानते है क्या ? ...अब तो हम आपके हो चुके है ना तो दूर रहिए हमसे......

( ऋषभ ये बात सुनकर बिल्कुल चुप हो जाता है ...उसे गुस्सा आ रहा होता है अवनी के ऐसे कहने पर फिर भी खुद को शांत करके कहता है )
ऋषभ -( प्यार से ) अवनी ....आपकी तबियत ठीक नही है तो आप खा ....
( अवनी बीच में ही )
अवनी - हमे आपसे बात नही करना......
ऋषभ - आप सच में बहुत ज़िद्दी हैं....
अवनी - आपने हमारी जिद देखी ही कहा है...🙄

( ऋषभ मुस्कुराते हुए कहता है ( धीरे से ) - देखी तो है तभी तो ये हो रहा ........)
अवनी - फोन आप रखिए..वरना हम कट कर देंगे ...
ऋषभ - अब आप हमे गुस्सा मत दिलाइए.....
अवनी -( तेज से ) आपने हमारा भी गुस्सा देखा  कहा है .....
ऋषभ -(फिर मुस्कुराते हुए धीरे से) देखी हैं....( तेज से ) हां तो आकर दिखा दीजिए ..

( अवनी कोई जवाब नहीं देती है और नंबर पर सेट ऋषभ की फोटो को घूरने लगती है तो वो कहता है)

ऋषभ - ऐसे हमारी  फोटो को देखने से  हम वहां आ नही जाएंगे , तो अब आपको अपना गुस्सा दिखाना है तो यहां आइए....( मुस्कुराते हुए 😄)
( अवनी चारो तरफ देखने लगती है और कहती है )
अवनी -( हैरानी से) आप हम पर अपनी नजर लगाए 
बैठे है ?
ऋषभ - मेरी नजर तो आप पर अब 24 घंटो होगी ....
अवनी -( नाक सिकोड़ते हुए ) बस बंद करिए अपनी मनमानी 😣.....
ऋषभ -( हंसते हुए ) ठीक है अब आप डिनर कर लीजिए.......
अवनी -(घूरते हुए ) आप हमारे कोई बॉस नहीं है जो.....
आप कुछ कहेंगे और हम मान जायेंगे 😏
ऋषभ - ओह तो बन जाते है , चलिए कल से आप हमारी सेक्रेटरी......
अवनी - भाड़ में जाए बॉस गिरी आपकी ...कल हम सुबह की फ्लाइट से घर जा रहे....
ऋषभ -( हंसते हुए ) कल आप सुबह की  कार से मेरे पास आ रही ... सेक्रेटरी बनकर .......
अवनी -(दुखी होते हुए ) हमे नही बनना...
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए) आप ना नहीं कह सकती , आपने पेपर साइन किया था .....
अवनी - ( मुंह फेरते हुए ) हमने कुछ भी  साइन नही किया था .....
ऋषभ - आपने किया था ...
अवनी - हमे नहीं याद .... हमें नहीं बन
ऋषभ - नही याद है तो ठीक है , पर कल से आप हमारी सेक्रेटरी 😊....
अवनी - आप जैसे राक्षस से बात ही नही करनी हमे 😒....
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए 😃) आपने पेपर पर साइन किया था की आप हमारी सारी बात मानेंगी....
अवनी - नही मानेंगे....दूर रहिए आप हमसे ....
ऋषभ - ठीक हैं नहीं सेक्रेटरी बनना तो वो चीज अभी  दीजिए जिसके लिए ये शादी हुई है .....
अवनी -( हैरानी से ) ऋषभ जी आपका दिमाग तो ठीक है ना 🙄......
( ऋषभ मुस्कुरा रहा होता है की चलो अवनी ने उसका नाम तो बोला ....फिर कहता हैं)
ऋषभ - अच्छा आप ये नहीं दे सकती तो दूसरा ऑप्शन भी है .......( फोन दूर करके मुस्कुराते हुए )
अवनी -क्या है ??????
ऋषभ - 50 लाख दिजिए.....या सेक्रेटरी बनिए .....
अवनी -( गुस्से में ही ) आप ...आप आपका कुछ नही हो सकता 😡😣😣......

( फिर फोन कट कर देती है और दूर रख देती है ....उधर ऋषभ एक बार फिर हंसने लगता है और इतनी तेज हंसता है की विहान को खुद उसके कमरे में आना पड़ता है....उसे ऐसे देख विहान कहता हैं)

विहान - भाई क्या हुआ ...आप ठीक तो है ( हाथ देखकर ) ये कैसे हुआ?
ऋषभ -( हंसना बंद करके ) कुछ नही ...तुम जाओ अपने रूम में ....
( इससे पहले विहान कुछ कहता ,ऋषभ उसे धकेलते हुए  कमरे से बाहर कर कर देता है और डोर लॉक करके अपना काम करना शुरू कर देता है ....…..उधर अवनी ऋषभ की बातो पर पूरी तरह से गुस्सा हो गईं होती हैं की संजना फिर से रूम पर आ जाती है और नॉक करती है तो अवनी डोर ओपन करती .....इस बार संजना डिनर लेकर आई होती है ...बिना कुछ कहे सीधे रूम में घुसती है और खाना बेड पर रखकर ...स्क्रीन पर कुछ सेट करती है तो ऋषभ उसपर दिखने लगता है .....अवनी हैरानी से कभी ऋषभ को देखती तो कभी संजना को की....वो अपना फोन लेती है और पास आकर  कहती हैं,)

संजना - हैव अ स्वीट नाइट भाभी.....
( वो शांती से जाती हुई संजना को देखती है और डोर फिर से क्लोज करके बेड पर बैठकर उधर -उधर देखने लगती है की ऋषभ कहता है )
ऋषभ - क्यों ...क्या हुआ ? ये आइडिया पसंद नहीं आया .....
( अवनी ये सुनकर उसे घूरने लगती है की उसके फोन पर निहारिका जी का कॉल आ जाता है ......अवनी फोन अटेंड करती है , थोड़ी देर तक उनसे बात करती है तो पता चलता है की परी खाना नहीं खा रही है .....ये सुनकर अवनी कहती है ,)
अवनी - मॉम आप परी को फोन दे दीजिए .... मैं बात करती हु ....
( निहारिका जी कॉल परी को दे देती है तो परी कहती है )
परी - दीदी मुझे भूख नहीं लगी है ...मुझे नही खाना....
अवनी - ( प्यार से ) परी .. चलिए खा लीजिए ..ऐसे जिद मत करिए ....
परी - हमे नही खाना ...
( फिर वो फोन निहारिका जी को देकर इधर - उधर भागने लगती है और उसके पीछे पीछे निहारिका जी भी तो अवनी कहती है )
अवनी - परी ...परी देखो ऐसे परेशान मत करो मॉम को.....चलो जाकर खाना खा लो , मेडिसिन भी तो लेनी है ......
( पर परी है की सुनने से रही ...अवनी फिर से उसे कहती है पर वो नही सुनती है की तभी निहारिका जी सोफे से टकरा जाती है और बैठकर  कहराने लगती है तो उनकी आवाज सुनकर अवनी घबरा जाती है और मॉम क्या हुआ कहके पूछने लगती  है.... वही परी भी उन्हे ऐसे देख   रुक जाती है और पास आकर  कहती  है ,)

परी - आप ठीक तो हैं.( कान पकड़कर ) सॉरी .....
( इससे पहले निहारिका जी कुछ कहती अवनी गुस्से में कहती है )
अवनी -( गुस्से में ) परी आप कुछ ज्यादा ही ज़िद्दी हो गई है .. हर बात पर मनमानी मत किया करिए ... देखिए आपकी वजह से मॉम को चोट लग गई.....( थोड़ी देर रुक कर ) अब सीधे जाकर डिनर कीजिए और सो जाइए.....
( इतना कहके अवनी चुप हो जाती , उधर निहारिका जी अवनी की बात सुनकर हैरान हो जाती ..सामने स्क्रीन पर ऋषभ उसे आंखे बड़ी कर करके देखने लगता हैं...कुछ दर तक ऐसी शांति देख अवनी ऋषभ की तरफ देखती है जो उसे सवालिया नजरो से देख रहा होता है ....,वो अपना फेस नीचे कर लेती है और कहती हैं )
अवनी -( प्यार से ) परी ....
परी - ( रोते हुए ) आप बहुत बुरी है , मुझे आपसे बात नही करना .....
( इससे पहले अवनी कुछ कहती वो फोन कट करके वही सोफे पर रखकर अपने कमरे की तरफ भाग जाती हैं....इधर अवनी - परी परी कहती रह जाती , कोई जवाब ना मिलने पर वो देखती है की फोन कट चुका है ....वो माथे पर हाथ रखकर शांति से बैठ जाती है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - अवनी .....
( अवनी कोई जवाब नही देती हैं तो ऋषभ फिर से कहता है )
ऋषभ - आपने जो किया वो सही था पर इस तरह.....
अवनी - ( गुस्से में ही ) तो .....
ऋषभ -( मुंह खुला करके ) कुछ नही , आप खा लीजिए ...मुझे खुद के पैर पर कुल्हाड़ी खाने का कोई शौख नही है .....
( अवनी नाक सिकोड़ कर उसे गुस्से में घूरने लगती है....कुछ देर तक ऐसे ही शांति बनी रहती है , खाना वैसे का वैसा ही सामने पड़ा होता हैं....सामने स्क्रीन पर ऋषभ अपना स्पेक्टेकल्स पहन कर अपना काम कर रहा होता है की सामने देखते हुए कहता है )
ऋषभ - अवनी ....
अवनी - ( दूसरी तरफ देखते हुए ) हां अब क्या हुआ ?
( ऋषभ खुद से ही - लगता है आज नीम खाकर बैठी है ,जबसे देख रहा हु रुडली ही बोल रही 😣😒)
अवनी - क्या हुआ अब आपको ?
ऋषभ - आपको परी से इस तरह से बात नही करनी चाहिए थी …....
अवनी - ( गुस्से में ही ) तो वो हमारी बात नही सुन रही ,जिद्दी हो गई है .....
( ऋषभ अब उसे गुस्से में घूरने लगता है, क्योंकि वो इतना गुस्सा करके सिर्फ अपनी तबियत खराब कर रही थी ...पर खुद को शांत करके कहता है )

ऋषभ - बस अब आप गुस्सा करना बंद कीजिए वरना मुझे आपको थप्प…...

( बीच में ही चुप हो जाता है तो अवनी कहती हैं)
अवनी - क्या कहा आपने ..थप्पड़ मारेंगे , ठीक है कल हम बताते है आपके सामने आकर 😣..
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) चलिए इसी बहाने आप आएंगी तो ......
अवनी - ( हैरानी से ) आप मुस्कुरा रहे है ...सच मे आपसे ज्यादा दुष्ट ,बेशर्म इंसान हमने नहीं देखा .......🙄
ऋषभ -( हंसते हुए ) ओह आप मुझे इंसान भी समझती है 
चलिए ये सब हमे पसंद आया बहुत ♥️😆

( अवनी फिर उसे घूरते हुए दूसरी तरफ देखने लगती है और ऋषभ उसकी हरकतों के बारे में सोच सोच कर मुस्कुरा रहा होता है की अवनी कहती है )

अवनी -( खाना देखते हुए ) अच्छा सुनिए ...आप एक बार परी से बात कर लिजिए...
ऋषभ - ठीक है ....
( ऋषभ फिर निहारिका जी को कॉल करता है तो वो अटेंड कर लेती तब ऋषभ कहता है )

ऋषभ - हैलो मॉम , अब आप कैसे हो ?...ज्यादा चोट तो नही आई ..परी कहां है ??
निहारिका जी - अरे मैं बिल्कुल ठीक हु.., परी रो रही है ......आज मुझे अवनी का बिहेवियर बिलकुल भी अच्छा नही लगा परी के साथ ...आज क्या हुआ है उसे ...

( अवनी जैसे ही उनकी बात सुनती है उसका पूरा चेहरा लाल हो जाता है और वो रोना शुरू हो जाती हैं तो ऋषभ उसे हैरानी से देखने लगता है और कहता हैं)

ऋषभ - ( कॉल होल्ड करके ) अवनी जी देखिए आप रोना बंद करिए ..( मुस्कुराते हुए ) मैं वहां आपके पास नही है जो  इन बड़े बड़े , मोटे मोटे आंसुओ को पोंछ सकू सो स्टॉप क्राइंग…...

( अवनी उसी टाइम आंसुओ को पोंछ कर उसे घूरने लगती है तो वो कहता है)

ऋषभ - हां ये चलेगा ...😄
( अवनी उसे घूरते हुए दूसरी तरफ फेस कर लेती है , ऋषभ के कहने पर निहारिका जी कॉल परी को दे देती तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - हैलो परी बेटा ....
( परी कोई जवाब नही देती है तो वो कहता है )
ऋषभ - अरे आप अपनी दीदी से नाराज है... मुझसे तो बात करिए .....😯
परी - हैलो भाई.....
ऋषभ - बेटा आप रोना बंद कीजिए ,ये आपकी अवनी दी ने गलती से  भांग पी ली थी इसलिए ऐसे बात की आपसे ...
परी - ओह ...
ऋषभ - हां ये हमसे भी ऐसे ही बात करती है ...
परी - फिर तो दीदी को डांट मारनी चाहिए ...
ऋषभ -( दुखी होते हुए ) कहां बेटा ...यहां तो सब उल्टा होता है,
( अवनी ये सुनकर फिर से उसे घूरने लगती है तो वो कहता है )
ऋषभ - अच्छा परी अब आप एक अच्छी गर्ल की तरह खाना खाइए , फिर मेडिसिन लीजिए ,और सो जाइए.....क्योंकि हमे एक बड़ी गर्ल को भी संभालना है ..😏

( अवनी  ये सुन आंखे घुमाकर अपने बेड से उठ जाती है और सीधे बालकनी में चली जाती है ....इधर परी भी ठीक है कहके फोन कट कर देती है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - अवनी आप अंदर आइए....
( अवनी नही आती है अंदर तो वो कहता है )
ऋषभ - ठीक है फिर मैं ही आ रहा हु अभी इसी वक्त....
( अवनी ये सुनते ही सीधे स्क्रीन के सामने खड़ी हो जाती है और कहती है )
अवनी - आप चाहते क्या हैं?
ऋषभ -( मन में) आपको ....(धीरे से ) यही की आप जाकर डिनर कर ले ....
अवनी - ठीक है .....
( अवनी फिर जाकर डिनर करने लगती है पर दुसरी तरफ चेहरा करके , ऋषभ फिर अपने हाथ की ड्रेसिंग चेंज करता है और कुछ फाइल्स में काम करने लगता है ....कुछ देर बाद अवनी डिनर करके मेडिसिन ले लेती है और बेड पर ही सर टिका कर लेट जाती है और सामने ऋषभ को देखने लगती हैं…...ऋषभ अपनी तरफ ऐसे पाते देखता है तो काम करते हुए ही कहता है )
ऋषभ - ऐसे मत देखिए वरना ..
अवनी -( घूरते हुए ) ये स्क्रीन ऑफ कर दूंगी ....
( ऋषभ मुस्कुराते हुए उसे देखने लगता है तो वो कहती है )
अवनी - अब आप हमे ऐसे क्यों देख रहे है ?
ऋषभ - यही देख रहा हु की आप कितनी बदल गई है .....
( अवनी कोई जवाब नही देती है और खिड़की की तरफ देखने लगती है तो वो कहता है )
ऋषभ - आपने विंडोज ओपन रखी है ?
अवनी - हम्मम
ऋषभ - बंद कर दीजिए .....
अवनी - अकेले बंद कमरे में हमे घबराहट होती है ......
ऋषभ - मैं हु ना .....
( अवनी अब कोई जवाब नही दे पाती है सीधे उठती है और सारी विंडोज क्लोज करके बेड पर लेट जाती है ......एक बार फिर से ऋषभ अपने काम में लग जाता है और अवनी फिर उसे देखने लगती है तो वो  कहता है )

ऋषभ - आप प्लीज मुझे इस तरह से मत देखिए ....
अवनी - क्यों ना देखे ....
ऋषभ - अच्छा देख लीजिए....मैं वैसे भी कही नही जा रहा .....
अवनी - आप डिस्कनेक्ट हो जाइए...
ऋषभ - मैडम आप आराम से सोइए....अब आप जबतक मेरे पास भी नहीं आ जायेंगी ,ये स्क्रीन ऑफ नही होगी .....
अवनी - ऑफ कर दीजिए , वरना हम ही कर देते हैं.....
ऋषभ - कोशिश भी मत करिएगा .....वरना सारे घर वालो को जगा दूंगा मैं .....
अवनी -( घूरते हुए ) राक्षस 😣कही के ....

( फिर वो खुद को कंबल से ढक लेती है तो ऋषभ उसे देख मुस्कुराने लगता है और अपना काम करने लगता है ......थोड़ी देर बाद अवनी सो जाती है पर इधर -उधर हिलने की वजह से उसके चेहरे से कंबल  हट जाता है .....ऋषभ जब उसे देखता है तो मुस्कुराते हुए कहता है )
ऋषभ - कल आप मेरे पास होंगी..............
( फिर वो भी वही टेबल पर सर रखकर सामने देखने लगता है , उसकी नजरे अवनी पर। ही होती है .....ऐसे देखते देखते ना जाने कब उसे नींद आ जाती है पर बीच रात में वो कई बार जाग जागकर देखता है की अवनी है या नही .....फिर बेफिक्र आंखे बन्द कर लेता है )

अगली सुबह

अगली सुबह अवनी की नींद जब खुलती है तो  देखती है की स्क्रीन अभी भी ऑफ नही है और ऋषभ सामने टेबल पर सर रखकर सो रहा .....वो उसकी तरफ देखने लगती है  की उसकी नजर उसके हाथ पर चली जाती है जिसपर पट्टी बंधी होती है..... अवनी ये देख थोड़ी हैरानी हो जाती ......तभी  ऋषभ हिलते हुए कहता है )

ऋषभ - आप फिर से मुझे ऐसे देखने लगी ...
( अचानक से ऋषभ की आवाज सुनकर अवनी सकपका जाती है और उठकर बाथरूम में चली जाती है .....,थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर नॉर्मल नाईट गाउन पहनकर आती है तो देखती है की ऋषभ अभी भी वही है ....उसे ऐसे देख वो कहती है )
अवनी - देखिए आप जाकर सो जाइए......हमे ड्रेस चेंज करना है ...
ऋषभ - तो कर लीजिए ....
अवनी - ( आराम से ) आप स्क्रीन ऑफ कर दीजिए......
( ऋषभ ठीक है कहके स्कीन ऑफ कर देता है तो अवनी भागकर प्लग निकाल देती है और आंखे बंद करके कहती है )
अवनी - आप हमारी जान ले लेंगे एक दिन .....
( फिर वो साड़ी पहनकर नीचे हॉल में चली जाती है ......घर में सबको ऋषभ ने पहले ही इनफॉर्म कर दिया होता है की अवनी वापस आ रही है तो कोई कुछ भी सवाल नही करता है )

दूसरी तरफ ,

सारे बॉयज अब सोकर उठ चुके होते है , पर ऋषभ वापस जाकर सो जाता है क्योंकि रात भर निगरानी जो की की तभी आनंद कमरे में मुस्कुराते हुए घुसता हैं और ऋषभ को लात मारकर नीचे गिरा देता है ......अचानक से गिरने की वजह से ऋषभ हड़बडा जाता है और उठके बैठकर कहता है)
ऋषभ - ये कैसी हरकत है आनंद 
...
आनंद - क्या भाई ..आप मुझपर गुस्सा क्यों कर रहे है ,...आपको पता है मैं आपकी ही हेल्प कर रहा ..
ऋषभ -( घूरते हुए ) कैसे ?
आनंद - रोज रोज लाते खाते हैं आप पर आजकल  नहीं मिलती होगी तो पक्का नींद नहीं आती होगी ,तो बस मैने सोचा भाभी का ये काम मैं ही पूरा कर दु 😎😎....
ऋषभ - ओह रियली ....तो चलो आज भाभी वाले पूरे काम तुम ही कर दो ...
( आनंद आंखे बड़ी करके ...)
आनंद - ना बाबा ना ....मैं चला ..
( ऋषभ उठकर आनंद के पास आने लगता है तो वो उसके कमरे से भागते हुए सीधे हॉल में पहुंच जाता है और विहान से कहता है )
आनंद - भाई आज बचा लो ...देखना पक्का ट्विंकी का जवाब हां होगा ...
विहान - पगले वो तो होगा ही....अभी थोड़े देर पहले ही तो बात की मैने ....
आनंद - ओह क्या बात की ....
विहान - बस काम से रिलेटेड...
आनंद - ओह.…चलो अच्छा है ट्विंकी ने विहान दास को कॉल तो किया ...( हंसते हुए )
विहान - हाथो मे खुजली हो रही बहुत ....
आनंद - जाकर नहा लो ...सब खत्म हो जाएगा ...

( फिर से अपने कमरे में चला जाता है ....थोड़ी देर बाद सब लोग ब्रेकफास्ट करते हैं और काम में लग जाते है ....उधर आदि के काम में थोड़ी गड़बड़ी शुरू हो गई होती है , उसे खबर मिलती है की उसकी ही गाड़ी को किसी ने बिना कुछ बुक कराए दे दिया है तो वो थोड़े गुस्से में होता है इसलिए...सभी वर्कर्स पर गुस्से में चिल्ला रहा होता है ....,दूसरी तरफ विहान और ऋषभ मीटिंग्स अटेंड कर रहे होते है .....आज ऋषभ सारी मीटिंग्स मुस्कुराते हुए अटेंड करता है जिसे देखकर विहान भी हैरान हो जाता है .....नीचे हॉल में देव....नील के पीछे पीछे घूम रहा होता है क्योंकि वो हैरान होता है की आज इस बंदे के हाथ में बायोलॉजी और फिजिक्स की बुक की जगह पर व्हाट्सएप क्यों खुला है .....नील कभी इधर जाता तो उधर ....ऐसे करते देख देव उसके सामने खड़ा हो जाता है और कहता है)
देव - भाई क्या हुआ आपको ? ये सुबह से व्हाट्सएप में क्यों घुसे पड़े है ...
नील - कुछ नही ...
देव -( मुस्कुराते हुए ) कोई ऑनलाइन आने वाला है क्या ?
नील - डैड को कल कॉल करके बता दूंगा की हम कहां पर है ...
देव - क्या है भाई गुस्सा क्यों कर रहे...नही बताना तो मत बताइए.😒🙄पर ऐसी धमकी मत दीजिए....
( नील बिना कुछ कहे फोन को देखते हुए अपने कमरे की तरफ बढ़ने लगता है ... उसका ध्यान नही होता की सामने पिलर है ..वो सीधे जाकर उससे टकरा जाता है और अपने माथे को सहलाते हुए कमरे में चला जाता है ....हॉल में खड़ा देव देखकर कहता है - ये भाई पागल हो गए है क्या 🙄🙄....वैसे सब पागल है ......

( दोपहर के 12बजे तक  मीटिंग चलती है ....कुछ देर बाद सब फ्री होते है तो आनंद अपने कैमरे के साथ हॉल में आ जाता हैं और ऋषभ से कहता है )
आनंद - भाई मै जा रहा अपने दोस्त से मिलने ....
ऋषभ - कौनसा दोस्त ?
( आनंद कुछ देर तक शांत रहता है और फिर कहता है )
आनंद - वो निर्भय अंकल को आप जानते ही हैं..
ऋषभ- हम्मम..
आनंद - तो उनका जो बेटा है अमित बस उसी से ....
( ऋषभ अमित का नाम सुनकर उसकी तरफ देखने लगता है तो वो कहता है )
आनंद - भाई उसने सॉरी कह दिया ...बाकी आज मिलकर उसे समझा दूंगा की नेक्स्ट टाइम ऐसा ना बोले वरना ऋषभ भाई उसकी बैंड बजा देंगे ...
देव - मैं भी चलता हु 😳...

( आनंद .….ऋषभ की तरफ देखने लगता है तो वो हामी भर देता है और अपने कमरे में चला जाता है ......आनंद और देव फिर बाइक लेते हैं और निकल जाते है .....थोड़ी देर बाद वो लोग रोड के सामने जाकर रुक जाते हैं जहां पर अमित अपनी कार के साथ 2 दोस्तो के साथ खड़ा होता है .....उसे वहां खड़ा देख देव कहता है)

देव - जीजू ये इसने आपको मिलने के लिए ऐसी जगह पर क्यों बुलाया है …...
आनंद - नहीं पता...चलो चलते है.....

( दोनों फिर मुस्कुराते हुए उनकी तरफ बढ़ जाते हैं...अमित उन दोनो को अपनी तरफ आते देख हंसने लगता है ....उसे ऐसे हंसता देख देव को कुछ अजीब लगता है पर वो शांति से ही चलने लगता है....पास जाकर आनंद उसे मुस्कुराते हुए गले लगता है और कहता है )
आनंद  - तुम यहां अचानक से डलहौजी में ??
अमित - वो बस दोस्तो से मन हुआ मिलने का तो आ गया ...
आनंद - हम्मम ...अच्छा कंपनी का क्या हाल है ?
अमित - क्या यार कहा काम की बात लेकर बैठ गए ,वैसे कंपनी का बुरा हाल है ....( हंसते हुए ) लगता है इस बार भी डील डायमंड कंपनी ही लेकर जाएगी....

आनंद - हम्मम ..,अच्छा  ( चारो तरफ देखते हुए ) इस जगह पर क्यों , चलो किसी रेस्टोरेंट में चलते है ......
अमित -( हंसते हुए अपने दोस्तो से कहता है ) यार रेस्टोरेंट से याद आया...ये जो ऋषभ भाई है अरे वही डायमंड कंपनी के मालिक 😄उनकी बीवी रेस्टोरेंट में एक वेटर थी .....
( आनंद और देव जब ये सुनते है तो गुस्से से लाल हो जाते है वही अमित के दोनो दोस्त ये कहते हुए हंसने लगते है की - उसे कोई और नही मिली क्या 😂....अमित फिर कहता है )
अमित - और ये जो सामने मिस्टर  आनंद खड़े है ...उसकी बीवी भी वेटर थी ..( हंसते हुए ) अच्छा फंसाया है दोनो वेटर...
( अमित अपनी बात भी पूरी नही कर पाया होता है की उसके गालों पर जोरदार चाटा पड़ता है ....उसे थप्पड़ पड़ता देख उसके दोनो दोस्त वहां से भाग जाते है ....आनंद गुस्से में तिलमिलाया होता है तो उसका कॉलर पकड़ कर कहता है )
आनंद - तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी वाइफ और भाभी के बारे में ऐसा बोलने की 😡😡उस दिन का थप्पड़ भूल गया  क्या तू ...उस दिन ही समझाया था ना कि बकवास मत करना ...अब तो तू गया ....
( इतना कह आनंद उसे घुसा मारने लगता है वही देव कैमरा ऑन करके फोटोज क्लिक करने लगता है और कहता है )
देव - जीजू अलग अलग पोज में मारो मैं फोटोज क्लिक कर रहा ....
( आनंद फिर गुस्से में ही उसे एक और पंच मारता है ...अमित खुद को छुड़ाने लगता है तो आनंद उसका हाथ पीछे की तरफ मोड़ कर कहता है )
आनंद - देव भाई फोटो क्लिक हुई या नही ...
देव - हो गई ....
( अमित उन दोनो को देख कर पागल हो रहा होता है ...वो उधर से  भागने की  कोशिश करता है तो आनंद उसे एक टांग मारकर गिरा देता है जिससे वो सीधे जाकर पास में पड़े कीचड़ में गिर जाता है ...उसी टाइम देव भी फोटो क्लिक कर लेता है ...अमित खुद की ऐसी हालत में  देख गुस्से में वहां से भागने लगता है और कहता है ,
अमीत - तू अब नहीं बचने वाला तुझे तो मैं अब देखता हु ...
आनंद स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी की तरह हाथ करके खड़ा हो जाता और चिल्लाते हुए कहता है ,
आनंद - भाग क्यों रहा है ...जो देखना है अभी देख ले ..
( अमित मुंह पर कीचड़ लिए हुए ही गुस्से में वहां से भाग जाता है और आनंद देव उसे भागते हुए देख कर हंसना शुरू हो जाते है और देव कहता है )
देव - जीजू ये फोटोज तो बहुत बेस्ट आई है ...मेरा मन तो कर रहा पूरे शहर में पोस्टर लगवा दु....
आनंद - क्यों भाई क्यों अपने ही जीजू की लुटिया डूबवाना चाहते हो 😂😂...
( देव उसकी बात को सुनकर हंसना शुरू हो जाता हैं , फिर दोनो अपनी बाइक स्टार्ट कर देते है और निकल जाते है उस काम के लिए जिसके लिए आए थे..........दूसरी तरफ घर पर ऋषभ अभी भी अवनी का वेट कर रहा होता है क्योंकि ड्राइवर सुबह का गया होता है पर अब तक वापस नहीं आया होता है ....कुछ देर तक यू ही रूम में इधर उधर टहलने के बाद वो राहुल जी को कॉल करता है और पूछता है तो पता चलता है की अवनी शाम को आयेगी ...ऋषभ फिर कॉल कट कर देता है और कहता है ,
ऋषभ -( मुस्कुराते हुए ) सही है आपका ....मतलब अपनी मनमानी करनी ही है ...ठीक है शाम को बताता हु 😅...
( ऋषभ अभी अवनी के बारे में सोच ही रहा होता है की विहान हड़बड़ा कर उसके रूम में घुसता है और कहता है )
विहान - भाई आपसे कुछ बात करनी है ...
ऋषभ - मैं बस 5 मिनट में आया ...
विहान - भाई बात बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है ।.....

( ऋषभ उसे हैरानी से देखते हुए रुक जाता है )


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कैसा लगा आज का भाग,😊क्या जरूरी बात विहान बताना चाहता है ऋषभ को , चलो इसे जानना है तो बने रहे हमारे साथ 

गुड मॉर्निंग 🌞💖


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9 Comments

shweta soni

27-Jul-2022 06:38 AM

Nice 👍

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Saba Rahman

16-Jul-2022 11:22 PM

Nice

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Rahman

16-Jul-2022 10:32 PM

Osm

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